रिलायंस कम्युनिकेशन इंडस्ट्री का एक बड़ा नाम हुआ करती थी लेकिन वर्ष 2008 में इसके शहर की कीमत 844 तक पहुंच गई थी लेकिन बाद में कंपनी पर काफी बड़ा कर्ज हो गया था जिसके कारण 2019 में इसे दिवालिया घोषित करना पड़ा।
हाल ही में एजीएम में कंपनी ने नए निर्देशक और ऑडिटर की नियुक्ति हुई है जिसके माध्यम से बैंकों ने आर सी ओ एम को फ्रॉड घोषित कर दिया है निवेशक और शेरधारक अब इस कंपनी के भविष्य को लेकर काफी चिंतित हैं।
रिलायंस कम्युनिकेशन शेयर का प्रदर्शन
रिलायंस कम्युनिकेशन का शेयर प्राइस जनवरी 2008 में अपने सबसे प्रसिद्ध समय पर 844 तक पहुंच गया था लेकिन आज यह सिर्फ 1 दिसंबर 38 रुपए पर ट्रेड कर रहा है। पिछले दिन की तुलना में बात की जाए तो हमें इस ईयर में काफी हल्की बढ़त देखने को मिली है। अक्टूबर 2024 में यह शेर ₹259 पैसे तक गया था लेकिन अधिकतम हाई होने पर आज का स्तर निवेशकों की संपत्ति में भारी गिरावट दिखा रहा है।
कंपनी के मैनेजमेंट में बड़ा बदलाव
कंपनी द्वारा रिलायंस कम्युनिकेशन में 21वीं एजीएम में मैनेजमेंट में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। प्रियंका अग्रवाल को स्वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है जिनका कार्यकाल 19 दिसंबर 2024 से 5 साल के लिए होगा। इसके अलावा कई अन्य ऑडिटर को नियुक्त किया गया है।
रिलायंस कम्युनिकेश पर और भी बड़ा संकट
रिलायंस कम्युनिकेशन की हालत 2019 में इतनी बिगड़ चुकी थी कि कंपनी को दिवालिया घोषित करना पड़ा। मार्च 2025 तक रिलायंस कम्युनिकेशन कंपनी का कुल कर्ज 40000 करोड रुपए से भी अधिक हो गया है। जो उसकी वित्तीय स्थिति और कंपनी पर संकट को काफी बढ़ा देता है। हाल ही में कंपनी पर सुर्खियों में आई है लेकिन इस बार मामला और भी अधिक गंभीर हो चुका है। और स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया और बैंक ऑफ़ इंडिया ने रिलायंस कम्युनिकेशंस और अनिल अंबानी को फ्रॉड घोषित कर दिया है।